भारत में कोरोना वायरस (COVID-19) एक बार फिर से चिंता का विषय बनता जा रहा है। बीते कुछ दिनों में देश के अलग-अलग राज्यों से कोविड के मामलों में अचानक बढ़ोतरी देखी गई है। 30 मई 2025 के स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में कुल एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 2,710 तक पहुंच गई है। यह स्थिति सरकार और आम जनता, दोनों के लिए सतर्कता का संकेत है।
राज्यों की स्थिति: कहां कितने केस?
भारत के कई राज्यों में कोरोना के नए मामलों की पुष्टि हुई है, जिनमें कुछ राज्यों की स्थिति चिंताजनक है:
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केरल:
सबसे ज्यादा मामले केरल से सामने आए हैं। यहां 1,147 मरीज अब तक कोविड से संक्रमित पाए गए हैं।
यह संख्या देश में किसी भी अन्य राज्य से अधिक है।
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महाराष्ट्र:
बीते 24 घंटों में महाराष्ट्र में 84 नए केस रिपोर्ट हुए हैं। इसके साथ ही राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 681 हो गई है।
मुंबई, पुणे और ठाणे जैसे शहरी इलाकों में मामलों में तेजी देखी जा रही है।
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दिल्ली:
राजधानी दिल्ली में भी 294 एक्टिव केस सामने आए हैं।
सबसे अधिक चिंता की बात यह है कि एक 60 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत हुई है, जो दिल्ली की पहली कोविड मौत है इस लहर में।
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बिहार:
बिहार में 12 नए केस रिपोर्ट हुए हैं, जिससे कुल केस की संख्या 22 हो गई है। पटना, गया और मुजफ्फरपुर प्रमुख प्रभावित क्षेत्र हैं।
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राजस्थान:
यहां 54 मरीजों की पुष्टि हुई है और 1 मौत का भी मामला सामने आया है।
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झारखंड:
झारखंड में भी 2 नए मामलों की पुष्टि हुई है और कुल एक्टिव केस 3 हो चुके हैं।
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एनसीआर (नोएडा, गुरुग्राम, गाजियाबाद):
दिल्ली से सटे इन इलाकों में भी कुछ नए मामले रिपोर्ट हुए हैं, जिससे यहां की स्थानीय प्रशासन चौकन्ना हो गया है।
केंद्र सरकार की तैयारी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने शुक्रवार को बयान देते हुए कहा कि:
"केंद्र सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। सभी राज्यों को सतर्कता बढ़ाने, अस्पतालों में पर्याप्त बेड, ऑक्सीजन, दवाएं और इलाज से जुड़े उपकरणों का स्टॉक बनाए रखने का निर्देश दिया गया है।"
सरकार ने सभी राज्य सरकारों और स्वास्थ्य संस्थानों को हाई अलर्ट पर रखा है। RT-PCR टेस्टिंग, रैपिड टेस्टिंग, होम आइसोलेशन गाइडलाइन, और टीकाकरण की स्थिति की समीक्षा की जा रही है।
मरीजों में मिल रहे लक्षण
दिल्ली में जिस महिला की मौत हुई, वह पेट दर्द और उल्टी की शिकायत लेकर अस्पताल में भर्ती हुई थी।
पेट की सर्जरी के बाद जब उसकी कोरोना जांच की गई, तो रिपोर्ट पॉजिटिव निकली।
इससे संकेत मिलता है कि नया कोविड वेरिएंट पुराने वेरिएंट्स की तुलना में कम लक्षणों के साथ छिपकर हमला कर रहा है।
जनता के लिए जरूरी सावधानियां
रोना की दोबारा वापसी को देखते हुए, स्वास्थ्य विशेषज्ञों और डॉक्टरों ने आम जनता को फिर से मास्क पहनने, हाथ धोने, भीड़-भाड़ से बचने और लक्षण होने पर तुरंत जांच कराने की सलाह दी है।
टीकाकरण जिन लोगों ने नहीं कराया है या बूस्टर डोज नहीं ली है, उन्हें जल्द से जल्द टीका लगवाने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष
भले ही भारत ने कोरोना की पिछली लहरों से सफलतापूर्वक निपटा हो, लेकिन 2025 में आई यह नई लहर फिर से चेतावनी दे रही है कि हम अभी भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं।
सरकार, चिकित्सा व्यवस्था और जनता को मिलकर सतर्कता, जागरूकता और सहयोग से इस वायरस को फिर से नियंत्रित करना होगा।