ललितपुर (यूपी), 16 अक्टूबर (न्यूज हेल्पलाइन) उत्तर प्रदेश के ललितपुर में एक नाबालिक लड़की से कथित तौर पर हुए सामूहिक रेप की घटना अब राजनीतिक रूप लेने लगा है। इसके पीछे कारण यह है कि पीड़ित लड़की ने इस घटना में अन्य लोगों के साथ समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाजवादी पार्टी (बसपा) के कुछ नेताओं पर भी आरोप लगाए हैं।
ललितपुर रेप केस के बारे में बोलते हुए योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा कि यह एक गंभीर मामला है, क्योंकि इसमें समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी के लोग शामिल हैं और यह उनके चरित्र और चेहरे को दर्शाता है। जनता उन्हें चुनाव में जवाब देगी लेकिन कानून अपना काम करेगा। हम राज्य में महिलाओं के सम्मान की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।
ज्ञात हो कि 11वीं कक्षा में पढ़ने वाली 17 वर्षीय पीडिता विगत 12 अक्टूबर को अपनी मां के साथ ललितपुर के एक पुलिस थाने में गई और आरोप लगाया कि पिछले पांच सालों में उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया जा रहा है। छात्रा ने 28 लोगों पर कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार करने का आरोप लगाया था, जिसमें उसका स्वयं का पिता और कई राजनीतिक नेता शामिल हैं। लड़की का आरोप है कि जब वह छठी कक्षा में थी, तो उसके पिता ने जबरन अश्लील वीडियो दिखाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। बाद में वह उसे शहर के अलग-अलग होटलों में ले जाकर समय -समय पर कई लोगों के द्वारा पीडिता के साथ रेप किया गया।
ज्ञात हो कि इस रेप मामले में कल शुक्रवार को ललितपुर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। ललितपुर के एसपी निखिल पाठक के निर्देशन में मिर्जापुर जनपद के एक होटल से आरोपित सपा और बसपा जिलाध्यक्ष सहित तीन और लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। अब तक इस मामले में पिता समेत कुल सात गिरफ्तारियां हो चुकी है।
इस केस के बारे में जानकारी देते हुए ललितपुर के एसपी निखिल पाठक ने बताया कि हमने नाबालिग लड़की की शिकायत पर मामला दर्ज किया है, जिसने उसके खिलाफ बलात्कार का आरोप लगाया था। नाबालिग के पिता, सपा और बसपा के जिलाध्यक्ष समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हमने अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सात टीमों का गठन किया है।