तिरुवनंतपुरम, 19 अक्टूबर (न्यूज़ हेल्पलाइन) केरल में नकली कलाकृतियां बेचने और कथित धोखाधड़ी के आरोप में पिछले महीने गिरफ्तार किए गए मॉनसन मावुंकल पर दो साल पहले अपने एक कर्मचारी की बेटी से कथित रूप से बलात्कार करने के आरोप में यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने कहा कि मावुंकल ने कथित तौर पर उसकी शिक्षा के लिए मदद का वादा करके उसे लालच दिया और दो बार उसका यौन उत्पीड़न किया। किशोरी की मां ने अपनी शिकायत में कहा है कि 17 साल की उम्र में उसकी बेटी का यौन उत्पीड़न किया गया और वह पुलिस के पास जाने से डरती थी। चूंकि 2019 में कथित हमले के समय महिला नाबालिग थी इसलिए पुलिस ने मावुंकल पर पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। बलात्कार के मामले को मावुंकल के खिलाफ चल रहे धोखाधड़ी के मामलों की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंप दिया गया है।
बताया जा रहा है की पीड़ित के अभिभावकों ने शिकायत में देरी इसलिए की क्यूँकि वह वास्तव में डरे हुए थे और मावुंकल की गिरफ्तारी के बाद उन्होंने शिकायत करने का साहस जुटाया।
मिलीं जानकारी के अनुसार, कई शीर्ष पुलिस अधिकारी कथित तौर पर मावुंकल के करीबी थे, जो लोगों को ठगने के लिए छल का इस्तेमाल करते थे जिससे मावुंकल का प्रभाव ज़्यादा था और वह अपनी मनमानी चलाता था।
बता दें, मावुंकल को 26 सितंबर को गिरफ्तार किया गया था जब पांच व्यापारियों ने मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से शिकायत की थी कि उन्होंने कोच्चि और तिरुवनंतपुरम में आगामी अंतरराष्ट्रीय प्राचीन संग्रहालयों में शेयरों का वादा करके उनसे ₹10 करोड़ की धोखाधड़ी की। बाद में अन्य कारोबारियों ने उसके खिलाफ धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई। बलात्कार पीड़िता ने यह भी आरोप लगाया कि मावुंकल ने पीड़िता को शिकायत वापस लेने की धमकी दी।
मावुंकल की गिरफ्तारी के बाद कवर-अप और ढिलाई का विवरण सामने आया। कई पुलिस अधिकारी नियमित रूप से उसके घर, संग्रहालय और कोच्चि में एक कॉस्मेटोलॉजी क्लिनिक का दौरा करते थे, जिसे वह फर्जी डिग्री के आधार पर चलाता था।