नई दिल्ली, 1 दिसंबर (न्यूज़ हेल्पलाइन) देश में ओमाइक्रोन के रूप में एक खतरा फिर से मंडरा रहा है, और लगता है इसका असर देश की अर्थव्यवस्था पर पड़ना भी शुरू हो गया है। विगत दो महीने से देश का ग्रॉस 'गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST)' कलेक्शन जो लगातार बढ़ता जा रहा था, उसकी स्पीड पर ब्रेक लग गया है।
वित्त मंत्रालय ने आज शनिवार 1 जनवरी को बताया कि दिसंबर 2021 में 1,29,780 करोड़ रुपए का ग्रॉस GST कलेक्शन हुआ है। ज्ञात हो कि अक्टूबर 2021 और नवंबर 2021 में क्रमशः 1,30,127 करोड़ और 1,31,526 करोड़ रुपए का ग्रॉस GST कलेक्ट हुआ था।
वहीं, अगर दिसंबर 2021 में राज्यवार ग्रॉस GST कलेक्शन की बात करें तो महाराष्ट्र ने एक बार फिर से सभी राज्यों को काफ़ी पीछे छोड़ कर सबसे ज्यादा ग्रॉस GST कलेक्ट किया है। दिसंबर 2021 में महाराष्ट्र ने कुल 19,592 करोड़ रुपए का GST संग्रह दिया है। वहीं, 8335 करोड़ रुपए कलेक्ट करके कर्नाटक ने दूसरा और 7336 करोड़ के साथ गुजरात थर्ड है। उत्तर प्रदेश ने चौथा स्थान हासिल किया है।
ज्ञात हो कि दिसंबर 2021 के महीने में संग्रहित ग्रॉस GST राजस्व (1,29,780 करोड़ रुपए) में से CGST (Central Goods and Services Tax) 22,578 करोड़ रुपए, SGST (State Goods and Services Tax) 28,658 करोड़ रुपए, IGST (Integrated Goods and Services Tax) 69,155 करोड़ रुपए (वस्तुओं के आयात पर एकत्रित 37,527 करोड़ रुपए सहित) है। उपकर में 9,389 करोड़ रुपए संग्रहित हुए हैं। इस उपकर में माल के आयात पर एकत्रित 614 करोड़ रुपये शामिल हैं।
ज्ञात हो कि दिसंबर 2021 के महीने के लिए राजस्व पिछले साल के इसी महीने में जीएसटी राजस्व से 13% अधिक और दिसंबर 2019 में जीएसटी राजस्व से 26% अधिक है। ज्ञात हो कि दिसंबर 2019 कोरोना मुक्त काल था, इसलिए दो साल के अंदर 26% GST कलेक्शन बढ़ना एक उपलब्धि है।
बता दें कि चालू वर्ष (2021-22) की तीसरी तिमाही के लिए औसत मासिक सकल जीएसटी संग्रह 1.30 लाख करोड़ रुपए रहा है, जबकि पहली और दूसरी तिमाही में औसत मासिक संग्रह क्रमशः 1.10 लाख करोड़ रुपए और 1.15 लाख करोड़ रुपए था। आर्थिक सुधार के साथ, चोरी-रोधी गतिविधियों, विशेष रूप से नकली बिलर्स के खिलाफ कार्रवाई, जीएसटी को बढ़ाने में योगदान दे रही है। राजस्व में सुधार उल्टे शुल्क ढांचे को ठीक करने के लिए परिषद द्वारा किए गए विभिन्न दर युक्तिकरण उपायों के कारण भी हुआ है। उम्मीद है कि राजस्व में सकारात्मक रुझान पिछली तिमाही में भी जारी रहेगा, अगर ओमाइक्रोन की वजह से अर्थव्यवस्था को ब्रेक नहीं लगा तो।