हर साल 2,000 नए स्टोर! रिलायंस रिटेल ने IPO से पहले बदली रणनीति

Photo Source :

Posted On:Friday, December 12, 2025

रिलायंस इंडस्ट्रीज़ (Reliance Industries) अपनी खुदरा इकाई रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) को 2028 में शेयर बाजार में उतारने की तैयारी कर रही है। कंपनी ने अंदरूनी तौर पर इस साल को IPO (Initial Public Offering) के लक्ष्य के रूप में तय किया है और इसके लिए पूरे नेटवर्क और बिज़नेस मॉडल को तेज़, मुनाफेदार और हल्का बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

इस महत्वाकांक्षी रणनीति के तहत कंपनी हर साल करीब 2,000 नए स्टोर नेट बेसिस पर जोड़ने और साथ ही गैर-मुनाफेदार स्टोर को धीरे-धीरे बंद करने की योजना बना रही है, ताकि कंपनी की वैल्यूएशन को मजबूती मिल सके।

बैलेंस शीट मजबूत: कर्ज घटाने पर ज़ोर

IPO से पहले कंपनी ने अपनी बैलेंस शीट को मजबूत बनाने की दिशा में बड़े कदम बढ़ाए हैं। FY25 में रिलायंस रिटेल का नॉन-करेंट कर्ज घटकर ₹20,464 करोड़ रह गया, जो पिछले वित्त वर्ष के ₹53,546 करोड़ के मुकाबले काफी कम है।

इसके अलावा, होल्डिंग कंपनी से मिलने वाली इंटर-कॉर्पोरेट डिपॉजिट भी FY24 के ₹40,164 करोड़ से घटकर FY25 में ₹5,655 करोड़ तक आ गई है। यह वित्तीय पुनर्गठन कंपनी के मजबूत और स्वतंत्र रूप से खड़े होने की तैयारी को दर्शाता है। कंपनी से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रिटेल बिज़नेस का एक्सपेंशन अब मापतौल के साथ होगा ताकि स्टोर नेटवर्क मुनाफे में रहे। अधिकारी के अनुसार, अगले साल टेलिकॉम बिज़नेस (Jio) का IPO आएगा और उसके दो साल बाद रिटेल का IPO लाया जाएगा।

क्विक कॉमर्स में बड़ा खेल

कंपनी तेजी से बढ़ते क्विक कॉमर्स बाजार में भी अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती है। वर्तमान में रिलायंस रिटेल रोज़ाना लगभग 10 लाख क्विक डिलीवरी करती है, जिनमें से 90% ऑर्डर 30 मिनट से कम समय में ग्राहक तक पहुंच जाते हैं।

इस लक्ष्य को और मजबूती देने के लिए कंपनी बड़े शहरों में अपने स्मार्ट पॉइंट ग्रॉसरी स्टोर को डार्क स्टोर्स में बदल रही है, ताकि डिलीवरी की गति को और बढ़ाया जा सके। क्विक कॉमर्स सेगमेंट में अपनी क्षमता बढ़ाना IPO से पहले वैल्यूएशन को और ऊपर ले जाने में सहायक होगा।

स्टोर नेटवर्क का संतुलन और रीस्ट्रक्चरिंग

FY22 और FY23 में तेज़ी से विस्तार के बाद FY24 और FY25 में कंपनी ने लाभ पर ध्यान केंद्रित करते हुए कई गैर-लाभकारी स्टोर्स बंद किए। FY23 में नेट 2,844 स्टोर जोड़े गए थे, जो FY24 में घटकर 796 और FY25 में 504 रह गए। सितंबर तिमाही तक कंपनी के पास देशभर में 19,821 स्टोर हो चुके हैं।

IPO से पहले की रीस्ट्रक्चरिंग के तहत कंपनी ने अपनी FMCG (फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स) इकाई को अलग कर रिलायंस इंडस्ट्रीज़ की डायरेक्ट सब्सिडियरी बना दिया है। यह बदलाव दिसंबर से प्रभावी है। इस कदम से मुख्य रिटेल इकाई का फोकस और स्पष्ट होगा, जो निवेशकों के लिए पारदर्शिता और आकर्षक वैल्यूएशन सुनिश्चित करने में मदद करेगा।


ग्वालियर और देश, दुनियाँ की ताजा ख़बरे हमारे Facebook पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें,
और Telegram चैनल पर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें



You may also like !

मेरा गाँव मेरा देश

अगर आप एक जागृत नागरिक है और अपने आसपास की घटनाओं या अपने क्षेत्र की समस्याओं को हमारे साथ साझा कर अपने गाँव, शहर और देश को और बेहतर बनाना चाहते हैं तो जुड़िए हमसे अपनी रिपोर्ट के जरिए. gwaliorvocalsteam@gmail.com

Follow us on

Copyright © 2021  |  All Rights Reserved.

Powered By Newsify Network Pvt. Ltd.