कोरोना संक्रमण के प्रकोप से अभी शहर और शहर के लोगो को अभी पूरी तरह से मुक्ति नही मिल पाई कि इसी बीच खांसी झुकाम वायरल बुखार के साथ साथ जिले में डेंगू के मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है जिले में डेंगू के मरीजो की संख्या 80 से ज्यादा है जिनमें 35 से 40 फीसदी बच्चे डेंगू का शिकार हो रहे है है जो एक चिंता का विषय है।
कैसे फैलता है डेंगू - मलेरिया की तरह डेंगू बुखार भी मच्छरों के काटने से फैलता है। इन मच्छरों को 'एडीज मच्छर' कहते है जो काफी ढीठ व 'साहसी' मच्छर है और दिन में भी काटते हैं। भारत में यह रोग बरसात के मौसम मे तथा उसके तुरन्त बाद के महीनों (अर्थात् जुलाई से अक्टूबर) मे सबसे अधिक होता है।
डेंगू बुखार से पीड़ित रोगी के रक्त में डेंगू वायरस काफी मात्रा में होता है। जब कोई एडीज मच्छर डेंगू के किसी रोगी को काटता है तो वह उस रोगी का खून चूसता है। खून के साथ डेंगू वायरस भी मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है। मच्छर के शरीर में डेंगू वायरस का कुछ और दिनों तक विकास होता है। जब डेंगू वायरस युक्त मच्छर किसी अन्य स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वह डेंगू वायरस को उस व्यक्ति के शरीर में पहुँचा देता है। इस प्रकार वह व्यक्ति डेंगू वायरस से संक्रमित हो जाता है तथा कुछ दिनों के बाद उसमें डेंगू बुखार रोग के लक्षण प्रकट हो सकते है
जिले में बढ़ते डेंगू का कारण - डेंगू जिस रफ्तार से फैल रहा है, उतनी ही लापरवाही बरती जा रही है। पहली लापरवाही मलेरिया विभाग की जिसने समय रहते सर्वे न कराकर डेंगू को बढ़ने का मौका दिया। यही कारण है कि हर दिन डेंगू के मरीज बढ़ते जा रहे हैं। मंगलवार को आई जांच रिपोर्ट में 19 नए डेंगू के मरीज मिले, जिसमें 13 ग्वालियर के हैं। ग्वालियर में अब तक कुल 81 मरीज मिल चुके हैं। दूसरी बड़ी लापरवाही डेंगू की जांच में बरती जा रही है। जीआर मेडिकल कालेज से मरीज की जांच तब मिलती है जब मरीज स्वस्थ होकर अस्पताल से घर चला जाता है या उसकी मौत हो हो जाती है। मंगलवार को जिन 19 लोगों की रिपोर्ट आई है, उसमें से 6 मरीज तो स्वस्थ होकर घर भी पहुंच गए हैं। ग्वालियर में जिन दो मरीजों की अब तक मौत हुई है, उनकी रिपोर्ट भी मौत के तीन दिन बाद प्राप्त हुई थी।
क्या है लक्षण - डेंगू बुखार के लक्षणों में सबसे पहला लक्षण है तेज़ बुखार आना और
- ठंड लगना।
- ब्लड प्रेशर का सामान्य से बेहद ही कम हो जाना
- मांसपेशियों, जोड़ों, सर और पूरे शरीर में दर्द होना।
-शारीरिक कमज़ोरी आना, भूख न लगना
- डेंगू के दौरान पूरे शरीर पर रैशेज़ भी हो सकते हैं।
- डेंगू के दौरान तेज़ बुखार 3-4 दिनों तक बना रहता है, इसके साथ कई बार पेट दर्द की शिकायत भी होती है और उल्टियां भी होने लगती है।
ऐसे करें डेंगू से बचाव - डेंगू एक वायरल संक्रमण है लिहाज़ा यह बीमारी खुद-ब-खुद कुछ ही हफ़्तों में ठीक हो जाती है। बीमारी के दौरान अपने खान-पान और साफ़-सफ़ाई का ध्यान रखें
- डेंगू की बीमारी का इलाज इससे जुड़े लक्षणों को कम करके ही किया जाता है। ऐसे में लक्षणों को कम करने के लिए डॉक्टरी परामर्श लें।
- डेंगू के दौरान बुखार के लिए बाज़ार में मिलने वाली पैरासिटामॉल ही लें, किसी भी अन्य दवा का सेवन बिना डॉक्टरी सलाह लिए न करें।
Posted On:Wednesday, September 15, 2021